Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
पहलगाम आतंकवाद आरोपी आसिफ आदिल और आदिल थोकर के घरों को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के आरोपी दो आतंकियों के घर ध्वस्त कर दिए हैं। यह कार्रवाई पुलवामा जिले के त्राल के मोंघामा गांव और जम्मू-कश्मीर के बिजबेहरा के गुरी गांव में की गई।
इसका मुख्य निशाना आसिफ शेख आदिल का घर था, जिसकी पहचान 22 अप्रैल को हुए हमले के पीछे के मुख्य लोगों में से एक के रूप में की गई थी, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से देर रात एक संयुक्त अभियान चलाया गया। छापेमारी के दौरान, बलों को बैटरी और तार युक्त एक बॉक्स मिला, जो विस्फोटक उपकरणों से जुड़े होने का संकेत देता है। इन्हें नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से निष्क्रिय कर दिया गया, जिसके कारण घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे इलाके को पहले ही खाली करा लिया गया था। अभियान के दौरान किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। इस छापेमारी को घाटी में आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ एक सटीक और प्रतीकात्मक प्रहार के रूप में देखा जा रहा है।
इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक अन्य आतंकवादी आदिल थोकर, जिसे आदिल गुरी के नाम से भी जाना जाता है, के घर को भी ध्वस्त कर दिया। उस पर पहलगाम आतंकी हमले की योजना बनाने और रसद में सीधे तौर पर शामिल होने का आरोप है। रिपोर्टों से पता चलता है कि आदिल ने 2018 में आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान की यात्रा की थी और 2024 में सक्रिय अभियानों में शामिल होने के लिए कश्मीर लौट आया था। पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच ये कार्रवाई की गई है। भारत ने पहले ही सिंधु जल संधि को निलंबित करके, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना को रद्द करके और पाकिस्तानी राजनयिक कर्मचारियों को निष्कासित करने का आदेश देकर जवाब दिया है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन घरों को ध्वस्त करना न केवल एक दंडात्मक उपाय है, बल्कि आतंकवाद को पनाह देने वाले अन्य लोगों के लिए एक चेतावनी भी है। यह ऑपरेशन केंद्र की आतंकी गतिविधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की घोषित नीति को रेखांकित करता है।